एक फूल के आगे फल है
दोनों मिल कर बने मिठाई .
है 'गुलाब-जामुन' वह काला
गोरे रसगुल्ले का भाई .
जो फँस जाता वह 'शिकार' है,
तैरे जल के बीच 'शिकारा' .
निकले जिस से धुन 'सितार' है,
चमके नभ के बीच 'सितारा' .
क्यों हम 'हार' नहीं पहनाते
उसको, जो चुनाव में 'हारा' ?
इस गड़बड़ घोटाले में है
यह भी एक सवाल हमारा !
3 टिप्पणियां:
बहुत खूब..बढ़िया शब्दों का खेल...अच्छा लगा
रचना रचनात्मक है!
ऐसे सवाल कभी सोचे नहीं!
वास्तव में सब एक पंक्ति में चले जा रहे हैं..आँखें मून्दे एक पीछे एक!
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